1. वूली मैमथ [ WOOLY MAMMOTH ]
वूली मैमथ वूली मैमथ एक विशाल स्तनपाई माना जाता है यह कुछ हद तक आधुनिक हाथी जैसे दिखते थे ऐसा माना जाता है की इनके पूर्वज लगभग 4 करोड़ों साल पहले अफ्रीका से बाहर चले गए और उत्तरी एशिया और उत्तरी अमेरिका भर में फैल गए यह जानवर 4 मीटर से अधिक लंबे होते थे एवं इनका वजन 6 टन से अधिक होता था इनका पूरा शरीर पर यानी बालों से ढका हुआ था और इनके पास लंबी घुमावदार दांत हुआ करते थे जिनकी लंबाई 5 मीटर से भी अधिक हुआ करती थी वैज्ञानिकों का मानना है कि वह अलीम अहमद मानव द्वारा शिकार व जलवायु परिवर्तन की मार नहीं सह पाया एवं लगभग 10000 साल पहले विलुप्त हो गया ऐसा माना जाता है कि वो अलीम अहमद की आखिरी आबादी 17 से ईसा पूर्व के आसपास आर्कटिक महासागर के वरंगल से गायब हुई थी
2. स्टेलर समुद्र गाय [ STELLER SEA COW ]
स्टेलर समुद्र गाय इनका यह नाम प्रकृति वादी जॉर्ज स्टैंडर्ड के नाम पर रखा गया था जिन्होंने 17 से 40 में इस प्राणी की खोज की थी स्टेलर समुद्र गायएक शाकाहारी स्तनपाई थी यह 8 से 9 मीटर तक बढ़ सकते थे एवं इनका वजन 8 से 10 टन के बीच होता था इनका प्राकृतिक निवास मुख्य रूप से दक्षिण पश्चिम अलास्का एवं बेरिंग सागर का कमांडर जीप हुआ करता था यह जानवर बहुत वजनी हुआ करते थे और लगभग अपना सारा समय दीवार जो एक समुद्री घास से खाते हुए बिताते थे वैज्ञानिकों का मानना है कि यही उनके विरोधी का कारण बना होगा यह आसानी से मानव की नजर में आ जाते थे जिनके कारण यूरोप के द्वारा खोजी जाने के मात्र 27 वर्षों में यह पूरी तरह विलुप्त हो गए
3. कृपाण-दांतेदार बिल्ली [ SABRE TOOTHED CAT ]
कृपाण-दांतेदार बिल्ली इन्हें हरदम टूथ टाइगर या टूथ लॉयन कहा जाता है यह 55 लाख से 11700 साल पहले अस्तित्व में थे यह जानवर मांसाहारी थे और इनका नाम उनके लंबे चाकू जैसे नुकीले दांतों के कारण पड़ा था जानवर भालू जैसे दिखते थे और इन्हें बहुत उत्कृष्ट शिकारी माना जाता है जो उस समय की सबसे विशालकाय जानवर जैसी लॉट्स और मैंमत के शिकार किया करते थे इनका जबड़ा बहुत मजबूत हुआ करता था जो 120 डिग्री के कोण में भी खुल सकता था इनकी विलुप्त होने के पीछे मुख्य रूप से दूर स्पष्टीकरण दिए जाते हैं जिनमें पहला था बड़े शिकार का विलुप्त हो जाना और दूसरा था मनुष्यों के साथ प्रतिस्पर्धा एवं जलवायु मैं परिवर्तन हो जाना
4. डोडो [ DODO ]
डोडो डोडो एक ना उड़ पाने वाला पक्षी था जो मॉरीशस में पाया जाता था 1 मीटर लंबे होते थे इनका वजन 10 से 18 किलो तक होता था डोडो की उपस्थिति को लेकर मतभेद हैं और इसका उल्लेख विविध क्षेत्रों और 17 वी सदी में लिखे गए खातों में ही मिलता है या पक्षी जमीन में पाए जाने वाले खनिजों भेजो जड़ों और गिर फलों के कारण जमीन में ही रहने लगे 10 नाविकों ने इसका सबसे पहले उल्लेख सन 1598 में किया था यह पक्षी पालतू जानवरों एवं शिकारियों के कारण पूरी तरह विलुप्त हो गए आखिरी डोडो 1665 में देखा गया था जिसे सभी ने बिना मध्य शिकार किया था
5. वेस्ट अफ्रीकन ब्लैक रहिनोसेरोस [ WEST AFRICAN BLACK RHINOCEROS ]
वेस्ट अफ्रीकन ब्लैक रहिनोसेरोस वेस्ट अफ्रीकन ब्लैक रहिनोसेरोस मुख्य रूप से अफ्रीका के दक्षिण पूर्वी क्षेत्र में पाया जाता था यह 3 से 4 मीटर तक लंबे होते थे और इनका वजन 800 से 1300 किलो होता था इन के दो सिंग होते थे एवं इनका आहार मुख्य रूप से पत्ते दार पौधे एवं झाड़ी थे इनके विलुप्त होने का कारण उनके सिंह को माना जाता है जिनमें कई औषधीय गुण मौजूद थे पर वैज्ञानिक इस तथ्य को नकारते थे 1930 में इनके संरक्षण को लेकर कोशिश शुरू की गई पर इनकी संख्या में गिरावट जारी रही आखिरी काला राइनो 2006 में कैमरून में देखा गया था यह प्रजाति 2011 में अधिकारिक रूप से विलुप्त घोषित कर दी गई
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