जानवरों के बच्चे भी इंसानों से कम प्यारे नहीं होते [ Animals also have children who are less beloved than humans ]...,,,,
1. टर्टल [ TURTLE ]
टर्टल दुनिया में सी टर्टल की कई प्रजातियां पाई जाती हैं लेकिन इन प्रजातियों में सामान्य विशेषताएं लगभग एक सी होती है पहला कि यह सभी पानी में रहते हैं और दूसरा इनके प्रजनन करने का तरीका भी लगभग एक जैसा होता है कछुए समुद्री तटों पर घोंसला बनाकर उसमें अंडे देते हैं जो ऐसा दौर पर रात के समय करना पसंद करते हैं ज्यादातर मादा 3 से 4 साल में एक बार अंडे देती है क्योंकि यह जानवर प्रजनन को लेकर काफी विचारशील होते हैं यह एक बार में 100 से ज्यादा अंडे देते हैं और 2 महीने का इनक्यूबेशन पीरियड खत्म होने के बाद अंडो से बच्चे बाहर निकलते हैं जो पैदा होने के बाद सीधा पानी की तरफ बढ़ते हैं लेकिन इनमें से ज्यादातर कछुए जिंदा बच नहीं पाते इनमें से कुछ पक्षियों का शिकार हो जाते हैं जबकि कुछ पानी में मछलियों द्वारा मारे जाते हैं और वैज्ञानिकों के मुताबिक हजार बच्चों में से महज 6 से 10 कछुए की जवानी तक पहुंच पाते हैं
2. जिराफ़ [ GIRAFFE ]
3. हमिंग बर्ड [ HUMMING BIRD ]
4. कैमल [ CAMEL ]
कैमल हम बचपन से सुनते आ रहे हैं कि ऊंट अपने कूबड़ में पानी को इकट्ठा करता है जबकि यह बिल्कुल झूठ है क्योंकि इनका यह कूबड़ थर्मोस्टेट से ज्यादा कुछ भी नहीं होता इस कूबड़ की सहायता से एक ऊंट अपने शरीर को गर्मी से बचाता और तापमान को कंट्रोल रख पाता है लेकिन यह भी इनका मुख्य काम नहीं है इनके इस कूबड़ में फैट जमा होता है जिसका इस्तेमाल एक ऊंट लंबी यात्रा के दौरान अपना पेट भरने के लिए करता है और जब एक ऊंट को ज्यादा दिनों तक खाना नहीं मिलता तब इनका कूबड़ साइज में छोटा हो जाता है एक बेबी ऊंट का जन्म बिना कूबड़ के होता है और 1 से 2 महीने बाद इनकी पीठ पर कूबड़ बनने की शुरुआत होती है एक नई नवेली उसका वजन 35 से 100 किलो होना इन की प्रजाति पर निर्भर करता है जो कुछ घंटों बाद ही अपने पैरों पर चलने लगते हैं ऊंट अपने बच्चों का ख्याल काफी लंबे समय तक रखते हैं उदाहरण के लिए यह 4 महीनों तक मां का दूध पीते हैं और फिर दूध के साथ पौधों को भी अपनी डाइट में शामिल कर लेते हैं और इनका यह सिलसिला 1 साल या उससे भी ज्यादा चल सकता है
5. ज़ेबरा [ ZEBRA ]
ज़ेबरा मादा ज़ेबरा प्रकृति में सबसे प्रोटेक्टेड जानवर है जो बच्चों को जन्म देने के बाद उसके लड़खड़ाते प्यार देखकर नर को भी बच्चे के पास आने नहीं देती 1 से भी ज्यादा लंबे समय लगभग 12 से 16 महीनों तक मादा का दूध पीता है हाल ही में एंथ्रोपॉलजिस्ट ने खोजा है कि ज़ेबरा की दूध की बनावट इंसानों के समान होती है मादा ज़ेबरा के दूध में पानी और लैपटॉप की मात्रा वह सबसे ज्यादा होती है और इंसान तथा ज़ेबरा दोनों की दूध में लैपटॉप की मात्रा 2% होती है डिसकवरी ने साइंटिस्ट को चौंका दिया था क्योंकि ज़ेबरा के अलावा अन्य स्तनपाई जानवरों के दूध में लिपिड कंटेंट की मात्रा बहुत ज्यादा होती है और ज़ेबरा में यह गुण सूखे और गर्म इलाकों में रहने की वजह से आया है
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