मानव का जन्म हुआ है तब से ही मानव को इस बात का पता है कि कौन सी चीज महंगी है और कौन सी सस्ती और दुनिया की हर पुरानी सभ्यता में यह सबूत मिले हैं कि पहले लोग कागज के नोटों की बजाय महंगी महंगी पथरोदे चीजों का आदान प्रदान किया करते थे और आज भी कई देश सोने के भारतीयों का आदान प्रदान कर लेते हैं और आज आपके दिमाग में भी एक ही छवि बन चुकी है कि सोना चांदी और हीरे ही है जो इस दुनिया में सबसे कीमती चीज है लेकिन आज मैं आपका बहम दूर करने वाला हूं
1. लीसर्जिक एसिड डैथ्यलामैड [ LYSERGIC ACID DIETHYLAMIDE ]
इससे लीसर्जिक एसिड डैथ्यलामैड इसे आमतौर पर आम भाषा में तेजाब भी बोला जाता है यह दुनिया की सबसे महंगी सिंथेटिक ड्रग है इसे सबसे पहले 1930 में स्विस वैज्ञानिक द्वारा बनाया गया था लेकिन इसका विकास 1960 में होना शुरू हुआ वैज्ञानिकों का मकसद था कि इस पदार्थ को लोग फ्री में पहुंचाया जाए लेकिन लगभग 60 साल बीत जाने के बाद भी यह पदार्थ दुनिया की सबसे महंगी चीजों में गिना जाता है जिस का भाव लगभग ₹170000 प्रति ग्राम है इसके भाव को ना देखें तो आज भी लोग इस पदार्थ के लिए पागल है क्योंकि इसके 1 ग्राम के दसवें हिस्से से भी इंसान होशो हवास खो बैठता है और वह लगभग 2 दिनों तक नशे में रह सकता है लोग इसे लेकर अपनी सारी समस्याओं से ऊपर उठकर चैन की जिंदगी महसूस करते हैं 1987 तक आते-आते इसका इस्तेमाल अमेरिका में इतना ज्यादा बढ़ गया कि सरकार को इस पर बैन लगाना पड़ा
2. प्लूटोनियम [ PLUTONIUM ]
प्लूटोनियम एक खतरनाक रेडियोएक्टिव पदार्थ है इसे आज भी दुनिया में मैनहैटन प्रोजेक्ट के लिए जाना जाता है क्योंकि इसकी सहायता से ही अमेरिकी सेना ने दुनिया का सबसे पहला परमाणु बम बनाया था इसका सबसे पहला टेस्ट जुलाई 1945 में किया गया और इसके अगले महीने ही ऐसा बम नागासाकी पर गिरा दिया गया जिसमें ज्यादा खतरनाक है कि उस समय इस पर संशोधन करते हुए कई वैज्ञानिक बुरी तरह घायल हो गए थे आप शायद विश्वास ना करें पर यह पदार्थ बेहद स्थित है और इसे संभालना कोई आसान काम नहीं है और आज भी दुनिया के कुछ गिने-चुने वैज्ञानिक इस पदार्थ को अपने हाथों में ले सकते हैं और यही कारण है कि दुनिया में इसका दाम इतनी ऊपर हो गया है कि आज इस पदार्थ की 1 ग्राम की कीमत ₹271000 है अभी तक आपने देखा कि हम सिर्फ तबाही मचाई जा सकती है लेकिन नहीं इससे कई तरह से उर्जा भी ली जा सकती है स्पेशली सेटेलाइट्स में इसका इस्तेमाल किया जाता है जब सूरज की रोशनी सेटेलाइट तक नहीं पहुंचती तब तक हम ही सेटेलाइट को उर्जा दी जाती है और इसके अलावा इस दुनिया में जितने भी न्यूक्लियर पावर प्लांट है उनके तीसरे हिस्सा प्लूटोनियम से ही चलाया जाता है
3. नाइट [ PAINITE ]
ग्रेनाइट जब भी महंगे पत्थरों की बात चलती है तो आपके दिमाग में रूबी या सैफायर जैसे पत्थरों का विचार आता होगा लेकिन एक पत्थर जिसका नाम ही बहुत कम लोगों ने सुना है जो की पूरी तरह से मयमार में ही पाया जाता है उसका नाम पर नाइट है इसका एक आम का टुकड़ा भी ₹590000 से ऊपर में बिकता है 1957 में पहली बार इसे खोजा गया और 2001 तक आते-आते सिर्फ विश्व के तीन टुकड़े ही खोजे गए थे लेकिन आज तक लगभग 1000 पे नाइट्स इस दुनिया को मिल चुके हैं इसे ज्वेलरी के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता
4. ट्रिटियम [ TRITIUM ]
रेडियम हाइड्रोजन का आइसोटोप और एक रेडियो एक्टिव पदार्थ है इसमें दो न्यूट्रॉन पाए जाते हैं जबकि आमतौर पर नॉर्मल हाइड्रोजन में ऐसा कुछ देखने को नहीं मिलता जिस वजह से ट्रीटीअम बेहद अस्थिर बन जाता है सामान्यतः जब हमारे वातावरण में आने वाली कॉस्मिक रेज आम गैसों से टकराती है तब इसका निर्माण होता है कमाल की बात यह है कि यह पदार्थ अपने अंदर से लाइट को बाहर निकालता रहता है और कुछ खास हालातों में ही इसकी लाइट्स को कई अलग-अलग रंगों में देखा जा सकता है जहां रेडियोएक्टिव पदार्थ मानव शरीर के लिए खतरनाक होते हैं वह कुछ खास खतरनाक नहीं है हो सकता है कि यह पदार्थ कभी आपके आसपास हवा में घूम रहा हो लेकिन उसकी मात्रा इतनी ज्यादा कम होती है कि वह हमें नहीं देख पाता और ऐसे कई प्रोजेक्ट पर अभी काम किया जा रहा है जिससे आने वाले समय में फ्रीडम से हम बिजली उत्पन्न कर पाएंगे और आप विश्वास ना करें 1 ग्राम की बाजार में कीमत लगभग ₹100000 है
5. डायमंड [ DIAMOND ]
डायमंड आमतौर पर महंगी चीजों के लिए उदाहरण के तौर पर इस्तेमाल किया जाने वाला हीरा इस दुनिया में सबसे अच्छी और कौन है और साथ ही यह दुनिया का सबसे मजबूत पदार्थ भी है बहुत साल पहले दुनिया में यह और लगी थी कि वह यह पता कर सके कि हीरा बनता कैसे है और इसका उत्तर यह निकला कि धरती से लगभग 100 मील नीचे नए हीरो का निर्माण होता है और हजारों साल पहले जब धरती के अंदर का मैग्मा बाहर आने लगा तब उसके साथी हीरो का भी जमीनी सतह पर आना शुरू हो गया डायमंड बहुत सस्ते और बहुत महंगे आपको बाजार में देखने को मिल जाएंगे इनका मूल्य इनके कैरेट पर डिपेंड करता है और अच्छे किस्म के हीरे लगभग 3500000 रुपए प्रति ग्राम के हिसाब से बेचे जा सकते हैं
6. कलिफ़ोरनियम [ CALIFORNIUM ]
कलिफ़ोरनियम एक ऐसा पदार्थ है जो पूरी दुनिया में सिर्फ लैब्स के अंदर ही पाया जाता है क्योंकि इसका निर्माण सिर्फ मानवीय हाथों से ही किया जा सकता है तैयार हुआ बरदार दिखने में सफेद और बहुत ज्यादा सॉफ्ट होता है इतना शौक या फिर से चाकू से भी काट सकते हैं इसे पहली बार 1950 में बनाया गया था इसे आमतौर पर न्यूक्लियर पावर प्लांट्स में इस्तेमाल किया जाता है और आप पर विश्वास ना करें बड़ी पदार्थ से ही ज्यादातर कैंसर का इलाज किया जाता है और इसका दाम सुनकर आपको विश्वास नहीं होगा पर 1 ग्राम की कीमत लगभग ₹18 अरब के आसपास की है
7. एंटी मैटर [ ANTI MATTER ]
एंटी मैटर जैसा कि हम सबको पता है कि हर पार्टी कल का एक एंटीपार्टिकल होता है जिसका भार भी उतना ही होता है जैसे प्रोटोन के पास नेगेटिव चार्ज एंड एब्रॉड ऑन है और इलेक्ट्रॉन के पास पॉजिटिव चार्ज एंड इलेक्ट्रॉन है जिससे अपोजिट और उनका नाम भी दिया गया है जो बिगबैंग हुआ था तब जितना मैटर उससे बाहर निकला उतना ही एंटीमैटर भी उससे बाहर निकला था लेकिन आज जो भी हम अपनी आंखों से देख सकते हैं वह सब मैटर का हिस्सा है लेकिन सवाल अभी भी वही है कि पिक बैंक से निकला हुआ है मैटर गया कहा फिजिक्स की पहेलियों में आज सबसे बड़ी पहेली यही है कि एंटीमैटर के साथ क्या हुआ और आज यह माना जाता है कि मैटर और एंटीमैटर आपस में मिल जाए तो इस दुनिया में ऊर्जा के अलावा कुछ नहीं बचेगा और और नासा यह कहती है कि अगर कोई उसे 63.5 ट्रिलियन डॉलर देता है तो वह उस पैसे देने वाले बंदे को 1 ग्राम एंटीमैटर ढूंढ कर देगी मतलब 1 ग्राम एंटीमैटर की कीमत 63.5 ट्रिलियन डॉलर है
vey vry nice blog...👍
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